एक शब्द 'सुस्वागतम', शुरू हो गई 'मोदी और टाटा' की 'नैनो' दोस्ती

एक शब्द 'सुस्वागतम', शुरू हो गई 'मोदी और टाटा' की 'नैनो' दोस्ती

Relation between Narendra Modi and Ratan Tata

Relation between Narendra Modi and Ratan Tata

Ratan Tata Death News: देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर 2024) को निधन हो गया. देश के प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक ने उनकी मृत्यु पर शोक जाहिर किया है. रतन टाटा ने सादगी भरे मिजाज और जिंदा दिली से करोड़ों लोगों के दिलों पर राज किया. उनके जीवन के जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जो लोगों को इंस्पायर करती है. आज आपको ऐसा ही एक किस्सा बताने जा रहे हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक मैसेज पर रतन टाटा ने गुजरात में नैनो प्लांट लगा दिया.

क्या था नरेंद्र मोदी का एक शब्द वाला मैसेज?

गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2008 में रतन टाटा को एक मैसेज किया था, जिसमें लिखा था- वेल्कम. इसी मैसेज की वजह से रतन टाटा ने नैनो प्रोजेक्ट को पश्चिम बंगाल से गुजरात में शिफ्ट कर दिया था. नरेंद्र मोदी के मैसेज करने की टाइमिंग भी कमाल की थी. दरअसल पश्चिम बंगाल से टाटा नैनो प्रोजेक्ट को राज्य से बाहर करने की घोषणा की गई थी, जिसे लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के नेतृत्व में हिंसक विरोध हुआ. इसी को ले कर कोलकाता में रतन टाटा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे, तभी तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें यह मैसेज किया था.

तत्कालीन सीएम मोदी ने सुनाया किस्सा

तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2010 में कहा था जब वह साणंद में 2000 करोड़ रुपये के इंवेस्ट से बने टाटा नैनो का उद्घाटन कर रहे थे. पीएम मोदी तब बताया था, "कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब रतन टाटा ने कहा था कि वे पश्चिम बंगाल छोड़ रहे हैं, तो मैंने उन्हें वेलकम करते हुए एक मैसेज भेजा था. अब आप देख सकते हैं कि एक छोटा एसएमएस क्या कर सकता है."

रतन टाटा ने 3 अक्टूबर 2008 को नैनो प्रोजेक्ट को पश्चिम बंगाल से बाहर निकालने की घोषणा की. इसके बाद उन्होंने कहा था कि अगले चार दिनों के अंदर गुजरात के साणंद में नैनो का यह प्लांट स्थापित किया जाएगा. जून 2010 में टाटा नैनो कार का रोलआउट हुआ तो रतन टाटा ने गुजरात सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ भी की थी.